एलन मस्क अपने प्लान पर अडिग
एलन मस्क आलोचनाओं के बावजूद अंतरिक्ष में 30000 सैटेलाइटों को तैनात करने की परियोजना पर अडिग हैं। आलोचकों का कहना है कि मस्क के इस प्लान से अंतरिक्ष अव्यवस्थित हो जाएगा। स्टारलिंक प्रॉजेक्ट के शुरुआत के बाद से लॉन्च किए गए कई सैटेलाइट्स काम करना बंद कर चुके हैं। वे अब पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष कबाड़ बनकर घूम रहे हैं। इनसे दूसरे अंतरिक्ष यान के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा है।
चीनी स्पेस स्टेशन से भी टकराने से बचा था स्टारलिंक सैटेलाइट
दिसंबर में चीन ने एलन मस्क की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि उसका स्पेस स्टेशन तियांगोंग स्पेसएक्स के सैटेलाइटों से दो बाद टकराने से बचा है। चीनी स्पेस स्टेशन तियांगोंग में इस समय तीन अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं। संयुक्त राष्ट्र में चीन ने कुछ दस्तावेज पेश किए थे, जिसमें इन संभावित टक्करों के बारे में जानकारी दी गई है। दस्तावेज में चीन ने शिकायत की गई थी कि दो बार उसका स्पेस स्टेशन एलन मस्क के स्टारलिंक प्रोग्राम के साथ टकराने से बाल-बाल बचा। पहली बार यह टक्कर 1 जुलाई और दूसरी बार 21 अक्टूबर को होने वाली थी।
नासा ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन से की अपील
नासा ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन को बताया है कि स्टारलिंक प्रॉजेक्ट में सैलेटाइलों की संख्या बढ़ाने से अंतरिक्ष में टक्कर की घटनाएं बढ़ सकती हैं। इससे नासा के साइंस और मानव मिशन को भी खतरा पैदा हो सकता है। नासा ने बताया कि वर्तमान में पृथ्वी की निचली कक्षा में कुल 25000 वस्तुओं को ट्रैक किया गया है, जिनमें से लगभग 6100 वस्तुएं तो 600 किमी से नीचे हैं। स्पेसएक्स की सेकेंड जेनरेशन विस्तार पृथ्वी की निचली कक्षा में ट्रैक की गई वस्तुओं की संख्या को दोगुना से अधिक की बढ़ोत्तरी कर सकता है। नासा ने यह भी बताया कि यह मिशन 600 किमी से नीचे की वस्तुओं की संख्या को पांच गुना से अधिक बढ़ा देगा।
खगोलविद भी बोले- इतने सैटेलाइटों से बढ़ेगी परेशानी
हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स में जोनाथन मैकडॉवेल ने कहा कि हम इन बड़ी संख्या में सैटेलाइटों को लेकर परेशान हैं। ये सैटेलाइट खगोलीय अवलोकनों में बाधा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम पहले से ही हजारों सैटेलाइटों को लेकर परेशान हैं, अब जब इनकी संख्या बढ़टी है तो हमारी चिंताएं भी उसी रफ्तार से बढ़ेंगी।

30000 स्टारलिंक सैटेलाइटों की लॉन्चिंग पर नासा नाराज